Tuesday 12 January 2016

अपनों के विरोध के बावजूद मोइन कराया था बीमा, दस दिन बाद मौत हो गई, अब वही बीमा बना परिवार का सहारा

अशोक प्रियदर्शी
   

एक पखवारा पहले की बात है। प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना से ग्रामीणों को जोड़ने के लिए नवादा जिले के केनासराय के अल्पसंख्यक टोला में शिविर आयोजित किया था। तब मुहल्लावासियों ने यह कहते हुए शिविर में हिस्सा नही लिया कि वेलोग लाश के पैसे नही खाते। फिर भी 53 वर्षीय मोइन उददीन खान ने मुहल्लेवासियों के निर्णय का साथ नही दिया। ब्रांच मैनेजर प्रशांत सिन्हा ने बताया कि अगले ही दिन 27 मई को मोइन बैंक पहुंचे और उनसे फाॅर्म लेकर 12 रूपए वार्षिक किस्त का बीमा कराया।
      दुःखद कि 7 जून को नवादा प्रखंड के केनासराय से गया जिले के वजीरगंज के डुमरावां बारात गई थी। लेकिन अगले दिन वापसी के समय बारात से भरी स्कार्पियों ने केंदुआ गांव के समीप खड़े ट्रक में टक्कर मार दिया। इस घटना में आठ बाराती की मौत हो गई। दो घायल हो गए, जो पीएमसीएच में इलाजरत है। कई परिवारों की आखिरी उम्मीदें भी खत्म हो गई। लेकिन मोइन के बीमा कराने के फैसले ने उनके आश्रितों को थोड़ी राहत दे गई।

         ब्रांच मैनेजर ने बताया कि मोइन के आश्रितों को भी बीमा की जानकारी नही थी। मुखिया के जरिए बीमा की जानकारी दी गई। औपचारिकताएं पूरे किए जा रहे हैं। जल्द ही नइम के आश्रितों को दो लाख रूपए बीमा की राशि प्रदान किए जाएंगे। मुखिया बिदेंश्वर प्रसाद बताते हैं कि सड़क दुर्घटना में शिकार मोइन अकेला शख्स थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना कराया था। सरकारी स्तर सिर्फ 20 हजार रूपए सामाजिक सुरक्षा और 1500 रूपए कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ दिया जा सका है। 
नवादा अग्रणी बैंक के प्रबंधक जी प्रधान ने कहा कि मोइन पहला ऐसे शख्स हैं जिनके परिवार को प्रधानमंत्री बीमा योजना का लाभ मिल सकेगा। यह बीमा ऐसे दुखद समय के लिए उपयोगी है। जिले में करीब 3 लाख 26 हजार लोगों का जनधन योजना के तहत खाता खोला गया है। इनमें एक लाख 12 हजार लोगों का बीमा किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि बिहार में संभवतः मोइन अकेला शख्स हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री बीमा योजना का यह लाभ मिल सकेगा।
गौरतलब हो कि मोइन की मौत के बाद उनके परिवार में पत्नी शहजादी खातून, दो बेटे और पांच बेटियां हैं। एक पुत्र बाहर में काम करते हैं। जबकि मोइन फोटो फ्रेम और बाइंडिंग का काम करते थे। लेकिन उनकी मौत के बाद पूरा परिवार अकेला महसूस कर रहा है।

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