Tuesday 19 April 2016

संस्था नही लेना चाहता था दाखिला, लेकिल ग्रेसी ने राज्य में किया धमाल

अशोक प्रियदर्शी
 बात एक दशक पहले की है। एक निजी स्कूल का वार्षिकोत्सव था। तब ग्रेसी तीन साल की थी। वह कत्थक नृत्य से सबकों चकित कर दिया था तब ग्रेसी के मम्मी पापा की खूब तारीफ हुई थी। फिर जिला प्रशासन के एक कार्यक्रम में भी धूम मचा दी थी। इससे उत्साहित उससे माता पिता ग्रेसी को कत्थक डांस की शिक्षा दिलाने का निर्णय लिया। लेकिन वहां ग्रेसी की प्रतिभा आड़े आ गई। 
       

अनिता कुमारी बताती हैं कि सांस्कृतिक संस्था उनकी बेटी का दाखिला नही लेना चाहता था। चूकि ग्रेसी के कारण उस संस्था के एक बड़े कलाकार का कद छोटा हो गया था। लिहाजा, संस्था नेक ग्रेसी के दाखिला के पहले कई तरह की शर्तें लगा दी। बावजदू ग्रेसी का दाखिला कराया। ग्रेसी कत्थक नृत्य में रम गई थी। लेकिन पक्षपातपूर्ण बर्ताव के कारण एक साल बाद संस्था को छोड़ना पड़ा।
         ताज्जुब कि ग्रेसी जिद नही छोड़ी। लिहाजा, उसके माता पिता ने ग्रेसी के लिए अलग से टीचर की व्यवस्था की। गया के एक संगीत टीचर माह में चार दिन नवादा आते थे। इसके लिए गाड़ी किराया के अलावा 1100 रूपए अदा करना पड़ता था। फिर बिरजू महाराज के शिष्यों का भी मार्गदर्शन ले रही है। संजीव परिहस्त माह में दो बार पटना आकर ग्रेसी को सिखाते हैं। वहीं महाराज की शिष्या सरस्वती दीदी से दिल्ली में ग्रेसी मार्गदर्शन लेती हैं।

13 साल की उम्र में बड़ी पहचान
जिद का नतीजा कि 13 साल की उम्र में ग्रेसी को बड़ी पहचान मिली है। राजगीर महोत्सव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ग्रेसी को तारीफ कर चुके हैं। ग्रेसी 22 मार्च को पटना में आयोजित बिहार दिवस के कार्यक्रम में कत्थक नृत्य प्रस्तुत की। इसमें बड़े कलाकारों के बीच प्रस्तुति दी। यही नहीं, बोधगया महोत्सव में ग्रेसी अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के बीच अपनी छाप छोड़ी। कला संस्कृति और युवा विभाग द्वारा आयोजित शुक्रगुलजार में दमदार प्रस्तुति दी।
        बिहार सरकार के पर्यटन विभाग से आयोजित होनेवाले राजगीर महोत्सव में 2009 से 2014 तक ग्रेसी सम्मानित होती रही। 2013 में सोनपुर तथा 2011 और 2013 में कुण्डलपुर में सम्मानित हुई। 2013 में किलकारी पटना ने बालश्री सम्मान से सम्मानित किया। कृषि विभाग के बिहार वाटरशेड डेवलपमेंट सोसायटी पटना में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य कलाकार के रूप में सम्मानित। नवादा जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में लगातार आठ साल सम्मानित।
सानिध्य- तीजन बाई, शोभना नारायण, मालिनी अवस्थी, प्रीतम चक्रवर्ती, शान, तृप्ति शाकिया, अलका यागनिक, देवी जैसी कलाकारों के बीच ग्रेसी मंच साझा कर चुकी है। 

ग्रेसी का परिचय
नवादा न्यू एरिया निवासी ग्रेसी के पिता संगीत कुमार इंजीनियर हैं। मां अनिता गृहणी हैं। ग्रेसी नौवीं कक्षा की स्टुडेंट है। वह कत्थक डांस और वोकल क्लासेज में प्रथम श्रेणी से तृतीय वर्ष उतीर्ण है। अनिता कहती हैं कि उन्हें बचपन से संगीत से लगाव रहा है। लेकिन घरेलू जिम्मेवारियों के कारण बहुत नही कर पाई। ग्रेसी को छोटे उम्र से सिखाने लगी। ग्रेसी में जब यह ललक दिखी तब उसे पूरा करने में मेरी खुशी शामिल हो गई है। ग्रेसी कहती है कि राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम स्थापित करना है।

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