अशोक
प्रियदर्शी
नवादा के ग्यारह बुजुर्गों ने अंधविश्वास और रूढ़िवादिता के खिलाफ जाकर देहदान
का संकल्प
लिया है। मकसद है- मानवता की सेवा। ये बुजुर्ग स्थानीय वरीय नागरिक संघ
के सदस्य हैं। शुक्रवार को
संघ कार्यालय में यह फैसला लिया गया। संघ के अध्यक्ष
डॉ. एस. एन. शर्मा ने बताया कि इस फैसले के पीछे यह सोच है कि मौत के बाद देह
बेकार हो जाती है। अगर शरीर दान कर दिया जाए, तो एक देह कई
लोगों के लिए उपयोगी हो जाएगी।
इससे दूसरों को भी देहदान के लिए आगे आने की
प्रेरणा मिलेगी। संघ ने देह दान की पूरी प्रक्रिया
को सुलभ करने के लिए राज्य के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव
को पत्र भी लिखा है। साथ ही देहदान
के लिए प्रोत्साहित करने वाली संस्था दधीचि देहदान समिति को भी पत्र लिखकर अपने फैसले की
जानकारी दी है।
ये करेंगे देहदान
1. डॉ. एसएन शर्मा (76 वर्ष) अध्यक्ष, वरीय नागरिक संघ, नवादा, 2. डॉ. ओंकार शर्मा निराला (67 वर्ष) मिरजापुर, 3. रामशरण प्रसाद सिंह (71 वर्ष) पहाड़पुर, 4. जगदीश प्रसाद (73 वर्ष) कदमकुआं, 5.गोपाल शरण (66 वर्ष) फलगली, 6.रामवतार प्रसाद (67 वर्ष) नारदीगंज रोड, 7. मदन मोहन प्रसाद (75 वर्ष) न्यू एरिया
8. राजकुमार सिंह (68 वर्ष) न्यू एरिया, 9.
नरेश
प्रसाद सिंह (68 वर्ष) जहाना, 10. बच्चू सिंह (67 वर्ष)
सिसवां नवादा और 11. बलराम सिंह (63) बारा, चन्द्रदीप, जमुई।
बिहार का
पहला वृद्धावस्था आश्रम भी बनाया
बुजुर्गों का यह संघ अपने अधिकारों के लिए पिछले 14 सालों से संघर्ष कर रहा है। इनका दावा है
कि
बिहार का पहला वृद्धावस्था आश्रम भी इन्हीं के प्रयास से बना है। इसके
अलावा बैंक में बुजुर्गों का
अलग काउंटर, अस्पताल में अलग बेड जैसे मुद्दे भी उठाए हैं। इस संस्था के करीब 1000 सदस्य हैं।
No comments:
Post a Comment